अनुच्छेद लेखन
अनुच्छेद में किसी विषय से संबद्ध विचारों या भावों को प्रस्तुत किया जाता है। अनुच्छेद अपने आप में पूर्ण है। इसमें विषय के बारे में लंबी भूमिका लिखने और निष्कर्ष की आवश्यकता नहीं होती। अनुच्छेद को अनावश्यक रूप से लंबा नहीं करना चाहिए और न ही विषय से भिन्न अनावश्यक प्रसंग जोड़ने चाहिए। अच्छा अनुच्छेद लिखने के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
1.वाक्य आपस से संबंधित और विषय का क्रमिक विकाश करना चाहिए।
2.वाक्य छोटे, स्पष्ट और सुसंगत होने चाहिए।
3. अनावश्यक विस्तार व अनावश्यक प्रसंगों को नहीं लिखना चाहिए। हालांकि विषय को स्पष्ट करने के लिए विषय से संबंधित एक या दो लघु उदाहरण दिए जा सकते हैं।
4. प्रश्न में दिये गए संकेत बिंदुओं को अनुच्छेद के उपशीर्षकों की तरह नहीं लिखना चाहिए अपितु उन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए विषय का विस्तार करना चाहिए।
5. विषय से संबंधित कोई सूक्ति, मुहावरा, नारा या कथन का प्रयोग अनुच्छेद को प्रभावशाली बनाता है
6. अनुच्छेद में एक ही विषय या केंद्रीय भाव / विचार का क्रमिक विकास होता है।
7. अनावश्यक आलंकारिक या क्लिष्ट शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
8. भाषा सरल, सहज, प्रवाहपूर्ण हो।
9. अनुच्छेद में विषय को कम शब्दों में अधिकतम जानकारी देने का प्रयास किया जाता है। अनुच्छेद का आकार सीमित रखना चाहिए।
10. अनुच्छेद का उचित प्रकार से समापन करना चाहिए। अचानक से विषय को पूर्णता दिए बिना विराम नहीं करना चाहिए।
अनुच्छेद के प्रकार :
अनुच्छेद मुख्य रूप से चार भागों में विभक्त किये जाते हैं-
- विचार प्रधान 2. वर्णन प्रधान 3. भाव प्रधान 4. कल्पना पर आधारित
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